जीवन में परिस्थितियां कभी एक सी नहीं रहती है | कभी ऐसा होता है, जब मनुष्य सुखो से घिरा रहता है, तो कभी ऐसा भी होता है, जब मनुष्य हर तरफ से परेशानियों से घिर जाता है | वैसे परेशानियों की वजह कई तरह की होती है, जिनमे से एक के बारे में आज हम बात करने जा रहे है | वास्तु में बताया गया है कि जीवन में चल रही परेशानियों का कारण रसोई में इस्तेमाल होने वाले कढ़ाई और तवा भी हो सकते है | ऐसा इसलिए क्योंकि ये दोनों ही राहु का प्रतीक माने जाते है | ऐसे में वास्तुशास्त्र में तवा और कढ़ाही से जुड़े कुछ नियम बताये गए है, जिनके पालन से जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है | तो आइये जानते है, आज की इस पोस्ट में आपके लिए क्या ख़ास है |
ये गलती करने से बचे
वास्तु में तवा और कढ़ाही राहु के के प्रतीक है, ऐसे में इनके इस्तेमाल के बाद इन्हे यूँ हीं ना छोड़े | अन्यथा इसका प्रभाव घर के मुखिया पर पड़ता है, साथ ही पति की सेहत भी प्रभावित होती है | ऐसे में तवे और कढ़ाही के इस्तेमाल के बाद उन्हें अच्छे से साफ़ करके रखे |
इससे बढ़ता है राहु का प्रभाव
वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि रात के समय तवे और कढ़ाही को सिंक में नहीं रखना चाहिए | अन्यथा इससे राहु का प्रभाव बढ़ने लगता है | जिस वजह से घर के मुखिया या बच्चो में नशे की लत पड़ने की सम्भावना बढ़ जाती है | इसक साथ ही सुबह जब तवा पहली बार चूल्हे पर रखे, तो तवे पर थोड़ा सा सादा नमक डाल दे | इससे घर का वास्तु दोष दूर होता है |
ऐसे आती है सुख शांति
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि तवे पर बनने वाली पहली रोटी कुत्ते या गाय के लिए होनी चाहिए | इससे घर परिवार के सदस्य विपदा से दूर रहते है, और घर में सुख समृद्धि का वास होता है | इसके अलावा तवे और कढ़ाही को ऐसे स्थान पर रखना चाहिए, जहाँ उस पर किसी की नजर ना पड़े |
इन बातो का भी रखे ख्याल
तवे और कढ़ाही को कभी उल्टा ना रखे, अन्यथा ये परेशानी का कारण बनता है | खाली तवे या कढ़ाही को चूल्हे पर रखकर ना छोड़े | साथ ही इन्हे कभी नुकीली चीज से ना खुरचे |